ताड़ोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के द्वार 1 अक्टूबर से फिर शुरू होने जा रहे हैं. जिससे अब पर्यटक अगले वर्ष मानसून तक सफारी का भरपूर मचा उठा सकेंगे. मानसून के 3 महीनों जुलाई, अगस्त व सितंबर में व्याघ्र प्रकल्प को पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है. हालांकि अच्छे रास्तों के चलते बफर जोन में कुछ स्थानों पर सफारी शुरू रखी गई थी. जबकि सम्पूर्ण कोअर क्षेत्र में पर्यटन बंद होने से पर्यटक पर्यटन का लाभ नहीं उठा पा रहे थे.
शुक्रवार से शुरू होगी तत्काल बुकिंग
सोमवार से ताड़ोबा अभयारण्य पर्यटकों के लिए शुरू हो रहा है. लिहाजा 3 दिन पूर्व शुक्रवार से तत्काल बुकिंग प्रारंभ हो जाएगी. साधारणत: ऑनलाइन बुकिंग के लिए 60 गाड़ियों का आरक्षण होता है. 6 प्रवेशद्वारों से प्रवेश दिया जाता है. सर्वाधिक गाड़ियां मोहुर्ली गेट से प्रतिदिन 32 वाहनों को प्रवेश दिया जाता है. कोलारा से 12, नवेगांव से 06, खुटवंडा से 04, झरी से 04, पांगडी से 02 वाहनों को प्रतिदिन प्रवेश दिया जाता है.
तत्काल बुकिंग के लिए कुल 18 गाड़ियों को प्रतिदिन प्रवेश दिया जाता है. इसमें मोहुर्ली से 08, कोलारा से 06, नवेगांव से 02,खुटवंडा से 02 वाहनों को प्रवेश दिया जाता है. सप्ताह में केवल मंगलवार को कोअर बफर में पर्यटन नहीं होता है. शेष दिनों के लिए अभयारण्य पर्यटन के लिए शुरू रहता है. सुबह 6 बजे और दोपहर 2.30 बजे 2 टाइम में प्रवेश दिया जाता है. साधारणत: 6 घंटे तक पर्यटक सफारी कर सकते हैं. प्रवेश शुल्क के रुप में 120 से 60 दिन पूर्व ऑनलाइन बुकिंग के लिए प्रतिवाहन 4,000 रूपये जो कि सोमवार से शुक्रवार तक लिए होता है. वहीं सप्ताहांत के दिन शनिवार और रविवार को प्रतिवाहन 8 हजार शुल्क लिया जाता है. 59 दिन पूर्व की बुकिंग के लिए सोमवार से शुक्रवार का शुल्क अग्रिम 1000 रूपये और शनिवार से रविवार का अग्रिम शुल्क 2000 रुपये लिया जाता है. तत्काल बुकिंग के लिए यह राशि 4,000 रुपये है.
(स्त्रोत;नवभारत)