चंद्रपुर। वन्य प्राणियों से गुलजार चंद्रपुर जिले में जल्द ही 'वाइल्ड लाइफ ट्रीटमेंट सेंटर' साकार किया जाएगा. इसके लिए वन विभाग के साथ ही राज्य सरकार ने भी मंजूरी दे दी है. महाराष्ट्र में अपनी तरह का यह पहला वाइल्ड लाइफ ट्रीटमेंट सेंटर होने की जानकारी चंद्रपुर के मुख्य वनसंरक्षक संजय ठाकरे ने दी. इस केंद्र के साकार होने से चंद्रपुर में वन्यप्राणियों के इलाज की सुविधा के साथ ही लोगों के लिए परेशानी पैदा करने वाले तेंदुओं को एक जगह रखने में सहायता मिलेगी.
यह वाइल्ड लाइफ ट्रीटमेंट सेंटर एमईएल के सामने स्थित वन विभाग की करीब 100 एकड. जमीन पर साकार होगा. इस योजना को पूर्ण करने के लिए करीब 1 करोड. रुपए की लागत आएगी. इसके मद्देनजर यह परियोजना कई चरणों में पूरी की जाएगी. मुख्य वनसंरक्षक ठाकरे ने बताया कि इस परियोजना के लिए 65 लाख रुपए की पहली किश्त को मंजूरी मिल गईहै, जबकि पहली किश्त में से 47 लाख रुपए वन विभाग को मिल गए है.ं उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में जल्द ही निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर कार्यशुरू किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि इस केंद्र के साकार होने से वन्यप्राणियों के इलाज की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. इलाज के लिए उन्हें नागपुर या अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करने की आवश्यकता नहीं होगी. उनका उपचार भी तात्कालिक रूप से किया जा सकेगा.
उल्लेखनीय है कि वन्यप्राणियों से समृद्ध चंद्रपुर जिले में अक्सर वन्यप्राणियों के आपसी भिड.ंत में जख्मी होने या फिर सड.क दुर्घटना में जख्मी होने की घटना सामने आती है. इस दौरान समुचित उपचार की सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें नागपुर स्थानांतरित करना पड.ता है., जिससे रास्ते में कई बार वन्यप्राणियों को अपनी जान भी गंवानी पड.ती है. यह केंद्र साकार होने के बाद वन्यप्राणियों की जान बचाने में भी मदद हो सकेगी.
यह वाइल्ड लाइफ ट्रीटमेंट सेंटर एमईएल के सामने स्थित वन विभाग की करीब 100 एकड. जमीन पर साकार होगा. इस योजना को पूर्ण करने के लिए करीब 1 करोड. रुपए की लागत आएगी. इसके मद्देनजर यह परियोजना कई चरणों में पूरी की जाएगी. मुख्य वनसंरक्षक ठाकरे ने बताया कि इस परियोजना के लिए 65 लाख रुपए की पहली किश्त को मंजूरी मिल गईहै, जबकि पहली किश्त में से 47 लाख रुपए वन विभाग को मिल गए है.ं उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में जल्द ही निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर कार्यशुरू किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि इस केंद्र के साकार होने से वन्यप्राणियों के इलाज की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. इलाज के लिए उन्हें नागपुर या अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करने की आवश्यकता नहीं होगी. उनका उपचार भी तात्कालिक रूप से किया जा सकेगा.
उल्लेखनीय है कि वन्यप्राणियों से समृद्ध चंद्रपुर जिले में अक्सर वन्यप्राणियों के आपसी भिड.ंत में जख्मी होने या फिर सड.क दुर्घटना में जख्मी होने की घटना सामने आती है. इस दौरान समुचित उपचार की सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें नागपुर स्थानांतरित करना पड.ता है., जिससे रास्ते में कई बार वन्यप्राणियों को अपनी जान भी गंवानी पड.ती है. यह केंद्र साकार होने के बाद वन्यप्राणियों की जान बचाने में भी मदद हो सकेगी.