घुग्घुस : घुग्घुस और चंद्रपुर परीसर के क्षेत्र मे कोयले मे भारी मीलावट करके क्षेत्र को प्रायवेट एवं सरकारी कंपनीयो को बेचा जाने का प्रमाण मील रहा है। इस वजह से परीसर की कंपनीयो को भारी नुकसान हो रहा है।
कई वर्शाे से चंद्रपुर-नागपुर रोड पर पडोली परीसर में कोयला व्यवसाइयो के षेकडो प्लाॅट विद्यमान थे। जीस से प्रदुशन मे वृध्दी हो रही थी। इस वजह से एक-दो साल पहले जील्हा प्रषासन के और से इन प्लाॅटो पर कार्यवाही करके सभी प्लाॅट हटाए गये। इन प्लाॅट धारक कोयला व्यवसाइयोने चंद्रपुर-घुग्घुस रोड पर जमीने खरीदकर अपने कोयला प्लाॅट बनाने षुरू कीये। इस वजह से चंद्रपुर घुग्घुस रोड पर विद्यमान गावो को प्रदुशन का सामना करना पड रहा है। और परीसर के जमीनो के भाव अस्वाभावीक तौर पर बढ गये।
इन प्लाॅटो पर खदानो से कोयला लाकर जमा कीया जाता है। और कंपनीयो को सप्लाय करने के पहले इसमे पथ्थर,सेल, चार पाइन्स, डस्ट, सभी को मीलावट करके भेजा जाता रहा है। इस वजह से परीसर में विद्यमान, पाॅवर प्लाॅन्ट, सी.टी.पी.एस., लाॅयड मेटल्स, ए.सी.सी. जैसे कंपनीयो को भारी समस्यो का सामना करना पड रहा है। पाॅवर प्लाॅटो मे बार-बार वाॅइसर लीकेज के वजह से सरकार का भारी नुकसान हो रहा है।
इस तरह के अनेक कोयला प्लाॅट चंद्रपुर परीसर में चंद्रपुर-घुग्घुस रोड पर पडोली, खुटाळा, नागाळा, महाकुर्ला, मुरसा, षेनगाव के क्षेत्र मे विद्यमान है। और बडे पैमाने पर कोयले में मीलावट करके कोयले को बेचा जा रहा है।
यह सब मीलावटी कारोबार कीसे के राह पर चल रहा है? कोन-कोन लोग इसके लीये जीम्मेदार है? क्या वेकोली और जील्हा प्रषासन के अधिकारी इसमे षामील है? ऐसे अनेक प्रष्न जनता के मन मे उठ रहे है। कइ बार सामाजीक संस्थाओव्दारा इस की कंम्पलेट अधिकारी को करने के बावजुद भी अभी तक इन प्लाॅटो के उपर कोई कार्यवाही क्यो नही हो रही?
इन सभी प्रष्नोका उत्तर जानने के लीये संबंधीत अधिकारीयो व्दारा अचानक कार्यवाही करने पर सब झोल सामने आ सकता है। इन सभी तत्थ्यो को ध्यान मे रखते हुवे संबंधीत वेकोली और प्रषासकीय अधिकारी तुरंत अचानक कार्यवाही करके जनता के प्रष्नो का उत्तर ढुंडने मे मदत करने की कृपा करे। एैसी आषा परीसर की जनता के और से की जा रही है।
कई वर्शाे से चंद्रपुर-नागपुर रोड पर पडोली परीसर में कोयला व्यवसाइयो के षेकडो प्लाॅट विद्यमान थे। जीस से प्रदुशन मे वृध्दी हो रही थी। इस वजह से एक-दो साल पहले जील्हा प्रषासन के और से इन प्लाॅटो पर कार्यवाही करके सभी प्लाॅट हटाए गये। इन प्लाॅट धारक कोयला व्यवसाइयोने चंद्रपुर-घुग्घुस रोड पर जमीने खरीदकर अपने कोयला प्लाॅट बनाने षुरू कीये। इस वजह से चंद्रपुर घुग्घुस रोड पर विद्यमान गावो को प्रदुशन का सामना करना पड रहा है। और परीसर के जमीनो के भाव अस्वाभावीक तौर पर बढ गये।
इन प्लाॅटो पर खदानो से कोयला लाकर जमा कीया जाता है। और कंपनीयो को सप्लाय करने के पहले इसमे पथ्थर,सेल, चार पाइन्स, डस्ट, सभी को मीलावट करके भेजा जाता रहा है। इस वजह से परीसर में विद्यमान, पाॅवर प्लाॅन्ट, सी.टी.पी.एस., लाॅयड मेटल्स, ए.सी.सी. जैसे कंपनीयो को भारी समस्यो का सामना करना पड रहा है। पाॅवर प्लाॅटो मे बार-बार वाॅइसर लीकेज के वजह से सरकार का भारी नुकसान हो रहा है।
इस तरह के अनेक कोयला प्लाॅट चंद्रपुर परीसर में चंद्रपुर-घुग्घुस रोड पर पडोली, खुटाळा, नागाळा, महाकुर्ला, मुरसा, षेनगाव के क्षेत्र मे विद्यमान है। और बडे पैमाने पर कोयले में मीलावट करके कोयले को बेचा जा रहा है।
यह सब मीलावटी कारोबार कीसे के राह पर चल रहा है? कोन-कोन लोग इसके लीये जीम्मेदार है? क्या वेकोली और जील्हा प्रषासन के अधिकारी इसमे षामील है? ऐसे अनेक प्रष्न जनता के मन मे उठ रहे है। कइ बार सामाजीक संस्थाओव्दारा इस की कंम्पलेट अधिकारी को करने के बावजुद भी अभी तक इन प्लाॅटो के उपर कोई कार्यवाही क्यो नही हो रही?
इन सभी प्रष्नोका उत्तर जानने के लीये संबंधीत अधिकारीयो व्दारा अचानक कार्यवाही करने पर सब झोल सामने आ सकता है। इन सभी तत्थ्यो को ध्यान मे रखते हुवे संबंधीत वेकोली और प्रषासकीय अधिकारी तुरंत अचानक कार्यवाही करके जनता के प्रष्नो का उत्तर ढुंडने मे मदत करने की कृपा करे। एैसी आषा परीसर की जनता के और से की जा रही है।